प्रत्येक व्यवसाय में कुछ स्थायी सम्पत्तियाँ होती हैं जिनकी आवश्यकता व्यावसायिक क्रियाओं के संचालन के लिए होती है जैसे भवन (Building), संयंत्र एवं मशीनरी (Plant And Machinery), मोटर गाडी (Motor Vehicle), फर्नीचर (Furniture), कार्यालय Office), कार्यालय उपकरण (Office Equipment) आदि।
इन सभी संपत्तियों का जीवन-काल निश्चित होता है जिसके बाद व्यावसायिक क्रियाओं के लिए इन संपत्तियों की उपयोगिता समाप्त होती जाती है। इसके निरंतर प्रयोग करने से अथवा समय व्यतीत होने से इनके मूल्य और उपयोगिता में जो निरंतर कमी आती है उसे ह्रास कहते हैं।