लेखांकन निम्नलिखित कार्य हैं :-
- लेखात्मक कार्य (Recordative Function)
- व्याख्यात्मक कार्य (Interpretative Function)
- संप्रेषणात्मक कार्य (Communicating Function)
- वैधानिक आवश्यकताओं की पूर्ति करना (Meeting Legal Needs)
- व्यवसाय की सम्पत्तियों की रक्षा करना (Protecting Business Assets)
- निर्णय लेने में सहायता करना (Facilitating Decision Making)
- लेखेतांक कार्य (Recordative Function):- लेखांकन का यह आधारभूत कार्य है। इस कार्य के अंतर्गत व्यवसाय की प्रारंभिक पुस्तकों (जर्नल और उसकी सहायक बहियों) में क्रमबद्ध लेखे करना, उनको उपयुक्त खातों में वर्गीकृत करना अर्थात उनसे खाते तैयार करना और तलपट (Trial Balance) बनाने के कार्य शामिल हैं। इनके आधार पर वित्तीय विवरणों (Financial Statements), जैसे:- लाभ-हानि खाता, आय विवरण खाता तथा चिट्ठे को तैयार किया जाता है।
- व्याख्यात्मक कार्य (Interpretative Function):- इस कार्य के अंतर्गत लेखांकन सूचनाओं के हिट रखने वाले पक्षों के लिए वित्तीय व प्रतिवेदन (Peport) का विश्लेषण एवं व्याख्या शामिल है। तृतीय पक्ष एवं प्रबंधकों की से लेखांकन का यह कार्य महत्वपूर्ण माना गया है।
- संप्रेषणात्मक कार्य (Communicating Function):- लेखांकन को व्यवसाय की भाषा कहा जाता है। जिस प्रकार भाषा का मुख्य उद्देश्य सम्प्रेषण के साधन के रूप में कार्य करना है, क्योंकि विचारों ी अभिव्यक्ति भाषा ही करती है, ठीक उसी प्रकार लेखांकन व्यवसाय की वित्तीय स्थिति व अन्य सूचनाएं (जैसे:- सुद्ध लाभ,समपत्ति व दायित्व आदि) उन सभी पक्षकारों को प्रदान करता है जिनके लिए ये आवश्यक हैं।
- वैधानिक आवश्यकताओं की पूर्ति करना (Meeting Legal Needs):- विभिन्न कानूनों/विधानों जैसे कंपनी अधिनियम, आयकर अधिनियम, बिक्री कर अधिनियम आदि द्वारा विभिन्न प्रकार के विवरणों को जमा करने पर बदल दिया जाता है। जैसे जैसे-वार्षिक खाते, आयकर रिटर्न, बिक्री कर रिटर्न आदि। ये तभी जमा किये जा सकते हैं यदि लिखांकन ठीक से किया जाए।
- व्यवसाय की समपत्तियों की रक्षा करना (Protecting Business Assets):- लेहकन का एक महत्वपूर्ण कार्य व्यवसाय की सम्पत्तियों की रक्षा करना है। यह तभी संभव है जब विभिन्न सम्पत्तियों का उचित लेखा रखा जाए।
- निर्णय लेने में सहायता करना (Facilitating Decision Making):- लेखांकन महत्वपूर्ण आंकड़े उपलब्ध कराता है जिससे निर्णय कार्य में होती है।