माल(Goods) में उन सभी वस्तुओं को शामिल किया जाता है जिन्हे दोबारा बेचने के लिए खरीदा जाता है अथवा बेचने के लिए तैयार किये जाने वाले निर्मित माल(Manufactured Goods) में प्रयोग की जाती है। जैसे की एक फर्नीचर के व्यापारी के लिए कुर्सियां और मेज खरीदना माल(Goods) माना जाएगा जबकि दूसरे व्यापारियों के लिए ये फर्नीचर है और इसे सम्पत्ति(Asset) माना जायेगा। इसी प्रकार, एक स्टेशनरी के व्यवसायी के लिए स्टेशनरी माल(Goods) है जबकि अन्यों के लिए यह व्यय(Expense) है।